देहरादून : पूर्व कैबिनेट मंत्री रामप्रसाद टम्टा अब नहीं रहे हल्द्वानी के निजी अस्पताल में उन्होंने अन्तिम सांस ली। जनपद में शोक की लहर छाई हुई है।
गांधी टोपी पहने और कंधे पर झोला पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा की पहचान थी।वह बेहद सरल स्वभाव और मृदभाषी थे। वह उत्तराखंड की पहली निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। 1947 में जन्मे मन्त्री राम प्रसाद टम्टा आज 74 वर्ष की आयु में शनिवार के दिन उनके निधन की सूचना पर समूचे जिले में शोक की लहर दौड़ गई है।
पूर्व समाज कल्याण मंत्री राम प्रसाद टम्टा कहते थे कि आज के दौर में राजनीति की परिभाषा बदल गई है। वह 1968 में यूथ कांग्रेस से जुड़े थे। 1971 में 18 साल की उम्र होने पर संगठन में चले गए। इसी उम्र में महज 12 रुपये खर्च कर ग्राम प्रधान पद का चुनाव लड़ा था। चुनाव जीतने के बाद उनके समर्थकों ने गुड़ की भेली बांट कर खुशी मनाई थी। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बागेश्वर से 1993 में पहली बार विधायक बने। राज्य गठन के बाद 2002 में इसी सीट से दोबारा विधायक बने तो उत्तराखंड की पहली निर्वाचित सरकार में वह समाज कल्याण मंत्री बने। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के साथ 2007 तक मंत्री रहे। समाजसेवा की धुन इस कदर रही कि उन्होंने अपने लिए कुछ नहीं किया।पूर्व मंत्री टम्टा के दो बेटे हैं। उनकी पत्नी मुन्नी देवी हैं। उनके बड़े पुत्र चंद्रकांत टम्टा नगर पालिका में जेई के पद पर तैनात हैं। जबकि छोटा बेटा अभिलेख टम्टा तांबे के बर्तनों की दुकान चलाते हैं। उनकी तीन बेटियां हैं। उनकी शादी हो गई है।
♦️1993 में बने पहली बार बने विधायक विधायक —
1993 में पहली बार उप्र. में विधायक बने। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 2002 में विधायक बने और समाज कल्याण मंत्री रहे। 2007 से 2012 तक कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और हार गए।2017 में उनका टिकट कट गया। बालकृष्ण को टिकट मिलने पर भाजपा शामिल हो गए। वह 49 साल कांग्रेस में रहे।
♦️जनपद में शोक की लहर—
शनिवार शाम को पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा ने हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में अन्तिम सांस ली। वह काफी लम्बे समय से अस्वस्थ बताये जा रहे थे। पूर्व मंत्री राम प्रसाद टम्टा के निधन पर विभिन्न संगठनों ने शोक ने व्यक्त किया है। प्रदेश के कबीना मंत्री चन्दन राम दास, विधायक कपकोट सुरेश गड़िया, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, नगर पंचायत अध्यक्ष कपकोट गोविंद बिंष्ट, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, उम्मेद सिंह माजिला, ललित फर्स्वाण, शेर सिंह गड़िया, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी विक्रम शाही राम सिंह कोरंगा, दीपा आर्या, सुबोध लाल साह, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट,कांग्रेस जिलाध्यक्ष लोकमणि पाठक, पूर्व प्रमुख इन्द्र सिंह परिहार, दलीप सिंह खेतवाल, बाला दत्त तिवारी, रेखा खेतवाल, गोपा धपोला, रंजीत सिंह बोरा, उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार आदि ने गहरा दुःख व्यक्त किया।