देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल ने आईआईटी रुड़की की भर्तियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने आईआईटी रुड़की में गैर शैक्षणिक भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए व्यापक विरोध की चेतावनी दी है।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने आईआईटी रुड़की में जूनियर असिस्टेंट, जूनियर लैब असिस्टेंट और जूनियर सुपरीटेंडेंट के पदों पर भर्ती के समय अधिकतम आयु सीमा पार कर चुके अभ्यर्थियों को भी भर्ती करने का आरोप लगाया है।
यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि गलत ढंग से भर्ती हुए अधिकांश लोग या तो आईआईटी रुड़की में ही किसी न किसी के सगे संबंधी हैं अथवा संस्थान मे पहले से ही कार्यरत रहे हैं।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने यह भी आरोप लगाया कि परीक्षा के समय अभ्यर्थियों को खुले लिफाफे में कागज लाए गए थे। इसके अलावा हिंदी टाइपिंग की विसंगतियों से लेकर बीच परीक्षा में ही सिलेबस बदलने के अलावा पहले से कार्यरत कर्मचारियों को भी परीक्षा में शामिल करने के आरोप लगाए।
यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि आईआईटी रुड़की में निदेशक पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप में दिसंबर 2020 में भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उत्तराखंड क्रांति दल की महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने आईआईटी रुड़की के अंतिम परिणाम को रद्द करते हुए टियर 2 परीक्षा फिर से आयोजित करने और पीड़ित उम्मीदवारों को न्याय दिलाने की मांग की है।
उत्तराखंड क्रांति दल की महिला मोर्चा की जिला सचिव सरोज रावत ने चेतावनी दी है कि यदि आईआईटी में हुए भ्रष्टाचार और कदाचार को नहीं रोका गया तो फिर उत्तराखंड क्रांति दल आईआईटी रुड़की के बाहर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।
प्रेस वार्ता मे यूकेडी नेता अमित बिष्ट, राजेंद्र बिष्ट आदि लोग शामिल थे।