देहरादून : उत्तराखंड के चमोली से एक शर्मनाक खबर सामने आ रही है। यहां पर प्रधानाध्यापक ने छात्र, छात्राओं के साथ अश्लील हरगते की है।जिस कारण शिक्षा विभाग ने आरोपित प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही विभाग ने प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है जिसने जांच शुरू कर दी है। मामला जूनियर हाईस्कूल सिमल्ट का है। यहां आसपास के गांवों के 18 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं जिन्हें पढ़ाने के लिए आरोपित प्रधानाध्यापक बिजेंद्र कुमार कांबोज निवासी छुटमलपुर सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) सहित तीन शिक्षक तैनात हैं।
उत्तराखंड में चमोली जिले के एक सरकारी विद्यालय में छात्र-छात्राओं के शारीरिक उत्पीड़न का मामला सामने आया है। नौनिहालों ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर कमरे में बुलाकर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है।
इसी मंगलवार को विद्यालय में कुछ छात्र-छात्राओं ने प्रधानाध्यापक पर अश्लीलता करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। छात्र-छात्राओं की इस शिकायत पर उनके अभिभावकों भी विद्यालय पहुंचे थे। उस समय आरोपित प्रधानाध्यापक माफी मांगकर वहां से खिसक गया और फिर विद्यालय नहीं पहुंचा।
प्रकरण जिलाधिकारी हिमांशु खुराना के संज्ञान में आया तो उन्होंने शिक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए। इस पर शुक्रवार को राजकीय इंटर कालेज कर्णप्रयाग के प्रधानाचार्य जीसी डिमरी के नेतृत्व में उपशिक्षा अधिकारी कार्यालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और प्रधान सहायक की तीन सदस्यीय टीम विद्यालय पहुंची और छात्र-छात्राओं समेत अन्य शिक्षकों के बयान दर्ज किए। खंड शिक्षा अधिकारी खुशाल ¨सह टोलिया ने बताया कि आरोपित प्रधानाध्यापक वर्ष 2009 से इस विद्यालय में तैनात है और अगले वर्ष सेवानिवृत्त होने वाला है।