“कैंची धाम प्रकरण: एंबुलेंस में जाम के कारण मौत की खबरों के बीच नैनीताल पुलिस ने रखे तथ्य सामने”
ब्यूरो न्यूज उत्तराखंड ब्रॉडकास्ट
नैनीताल जनपद के कैंची धाम मार्ग से संबंधित एक दुखद घटना ने सोमवार को जनचर्चा का विषय बना लिया, जब कुछ समाचार माध्यमों में यह खबर आई कि एक एंबुलेंस जाम में फंस गई, जिसके चलते उसमें सवार मरीज की मृत्यु हो गई।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीणा ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एक जांच समिति गठित की है। पुलिस अधीक्षक (क्राइम/यातायात) डॉ. जगदीश चंद्रा को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
प्रारंभिक जांच में सामने आए तथ्य इस प्रकार हैं:
एंबुलेंस शाम लगभग 6:30 बजे खैरना से रवाना हुई।
मरीज को लेकर एंबुलेंस 8:00 बजे भीमताल अस्पताल पहुंची, जहां उसका करीब 40 मिनट तक उपचार हुआ।
बाद में मरीज को उच्च चिकित्सा सुविधा हेतु रेफर किया गया और एंबुलेंस लगभग 55 मिनट में सेंट्रल हॉस्पिटल हल्द्वानी पहुंची।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि किसी भी स्थान पर एंबुलेंस को विशेष रूप से जाम में फंसने या मरीज के उपचार में असामान्य विलंब होने के कोई ठोस साक्ष्य प्राप्त नहीं हुए हैं।
इसके बावजूद, मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए विस्तृत जांच जारी है। इसमें एंबुलेंस चालक, खैरना व भीमताल अस्पताल के चिकित्साकर्मियों तथा मौके पर तैनात ट्रैफिक स्टाफ के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
पुलिस प्रशासन की अपील:
नैनीताल पुलिस आमजन से अपील करती है कि वे किसी भी भ्रामक सूचना से बचें और पुलिस द्वारा की जा रही जांच में पूर्ण सहयोग करें।
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