कांग्रेस आलाकमान मुखर धामी के खिलाफ कार्यवाही कर सकती है।धामी और हरीश धामी को छोड़कर कोई भी खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
आपको बता दे कि यशपाल आर्य और करन माहरा दोनों नाराज विधायकों से मुलाक़ात कर रहे हैं वही धामी की नाराजगी का ट्रेक रिकॉर्ड बताता हैं कि ज्यादा दिन वो अपनी नाराजगी पर कायम नहीं रहते ना अभी तक नाराज विधायकों कि मीटिंग हुई ना ही किसी ने कोई बयान दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति का विरोध कर रहे है। धारचूला विधायक हरीश धामी।
हरीश धामी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है। धामी ने जिस प्रकार हाईकमान पर तीखे बयान दिए हैं और सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ने की बात कही है, उसे हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। साथ ही पार्टी छोड़ने के बावजूद फेसबुक पर किए गए कुछ कमेंट भी धामी के खिलाफ जा रहे हैं। इन कमेंट को भी हाईकमान को भेजा गया है।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी धामी द्वारा पार्टी पर लगाए जा रहे आरोप काफी गंभीर हैं। लेकिन अभी खुलकर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। यह जरूर है कि सोशल मीडिया के जरिए माहरा इशारों में कार्रवाई के संकेत जरूर दे रहे हैं। माहरा ने आज फिर सोशल मीडिया पर बयान जारी कर सभी नेताओं ने सार्वजनिक रूप से बयान न देने का अनुरोध किया। दूसरी तरफ, प्रयास करने पर धामी से बात नहीं हो पाई। आज वो मीडिया से बातचीत करने से हिचकते रहते।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि सार्वजनिक रूप से पार्टी विरोधी बयान दिया जाना गलत है। पार्टी मंच पर बात रखी जानी चाहिए। अनुशासन को लेकर कांग्रेस नेतृत्व बेहद गंभीर है। वही यशपाल आर्य भी लगातार यही कहते रहें हैं की खुलेआम इस तरह की बयान बाजी गलत हैं और पार्टी प्लेटफार्म पर ही बात रखनी चाहिए।