उत्तराखंड भारतीय कांग्रेस में चल रही सियासी कलह रुकने का नाम नहीं ले रही है। सोशल मीडिया से लेकर समाचार चैनलों तक कांग्रेस पार्टी के विधायकों में पड़ रही फूट की चर्चाएं हैं। हाल ही में धारचूला के विधायक हरीश धामी (Harish dhami) के बयान ने ख़बरों को हवा देने का काम किया है। धामी (dhami) ने जिस प्रकार हाईकमान पर तीखे बयान दिए हैं और सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के लिए सीट छोड़ने की बात कही है, उसे हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। साथ ही पार्टी छोड़ने के बाबत फेसबुक पर किए गए कुछ कमेंट भी धामी (dhami) के खिलाफ जा रहे हैं। इन कमेंट को भी हाईकमान को भेजा गया है।
अलग पार्टी बनाए जाने की कही बात
बीते दिनों धारचूला विधायक हरीश धामी(Harish dhami) ने अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) सहित करीब दस कांग्रेसी विधायकों के नाम लेकर अलग पार्टी बनाए जाने की बात की थी। साथ ही कहा कि जल्द ही विधायकों के साथ बैठक करेंगे। जिसके बाद प्रदेश में एक तरह से सियासी भूचाल आ गया।
धामी (dhami) ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव (devendra yadav) पर भी हमला बोला और उन पर गुटबाजी करने का आरोप लगाया और कांग्रेस आलाकमान पर भी जमकर हमला बोला। बुधवार को धामी (dhami) देहरादून पहुंचे थे। उनके साथ पार्टी के कई और विधायकों के भी राजधानी पहुंचने की चर्चा है। वे देहरादून में किसी स्थान पर मंत्रणा करेंगे। इस मंत्रणा के पीछे उनकी नाराजगी मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि वे कांग्रेस आलाकमान के नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष और उप नेता के चयन को लेकर नाखुश हैं।
सू्त्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Karan mahra) भी धामी (dhami) द्वारा पार्टी पर लगाए जा रहे आरोपों काफी गंभीर हैं। लेकिन अभी खुलकर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। यह जरूरत है कि सोशल मीडिया के जरिए माहरा इशारों में कार्रवाई के संकेत जरूर दे रहे हैं। माहरा (mahra) ने आज फिर सोशल मीडिया पर बयान जारी कर सभी नेताओं ने सार्वजनिक रूप से बयान न देने का अनुरोध किया। दूसरी तरफ, प्रयास करने पर धामी (dhami) से बात नहीं हो पाई। आज वो मीडिया से बातचीत करने से हिचकते रहते।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Karan mahra) ने बताया, सार्वजनिक रूप से पार्टी विरोधी बयान दिया जाना गलत है। पार्टी मंच पर बात रखी जानी चाहिए। अनुशासन को लेकर कांग्रेस नेतृत्व बेहद गंभीर है।