उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव 2024 खत्म होते ही टिहरी में भाजपा नेताओं के बीच सियासी घमासान शुरू हो गई है।
आपको बता दे कि टिहरी झील में कराए कार्यों को लेकर पूर्व मंत्री दिनेश धनै ने टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय पर आरोप लगाए हैं। दूसरी ओर, उपाध्याय ने भी धनै के आरोपों को गलत बताते हुए टीएचडीसी से संबंधित ब्योरा सार्वजनिक करने को कहा है।
कुछ दिनों पूर्व आम चुनाव की तैयारियों के तहत टिहरी में भाजपा की बैठक हुई थी। उपाध्याय का आरोप है कि बैठक में दिनेश धनै ने टीएचडीसी के अधिकरियों के हवाले से कहा था कि टिहरी झील में कई कार्य, विधायक के कहने पर आवंटित किए गए। इसके बाद अब किशोर ने टीएचडीसी के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिख उनके द्वारा झील में आवंटित कराए कार्यों की जानकारी सार्वजनिक करने को कहा है। किशोर ने कहा कि कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी की बैठक में आरोप लगाए जाने के बाद मैंने टीएचडीसी को पत्र लिखा है।
वही पूर्व मंत्री दिनेश धनै ने इस प्रकरण को बाहर लाने के लिए उपाध्याय को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि किशोर पार्टी के बड़े नेता हैं। उन्हें इस तरह की बातें पार्टी फोरम पर ही उठानी चाहिए थीं। हालांकि धनै ने ये भी कहा कि विधायक जी को पत्र लिखना ही था तो टीएचडीसी की बजाए सीबीआई या ईडी को लिखते, जिससे झील में हुए सफाई और अन्य कार्यों की सच्चाई सबके सामने आ जाती।
जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से इस बारे में बात की तो उनका कहना है कि विधायक किशोर व मंत्री दिनेश धनै के एक-दूसरे पर लगाए गए आरोपों की मुझे कोई जानकारी नहीं है। अभी मैं दिल्ली में हूं और उत्तराखंड लौटकर इस संबंध में जानकारी ली जाएगी। उसके बाद ही इस संदर्भ में कुछ कहा जा सकता है।