फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून में एमटीएस के पदों पर हुई भर्तियां निरस्त हो गई हैं।
गौरतलब है कि भर्ती घोटाले की भनक लगते ही उत्तराखंड क्रांति दल ने यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में जमकर विरोध प्रदर्शन किया था तथा भर्ती को निरस्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की भी मांग की थी।
इसका संज्ञान लेते हुए फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने यह भर्तियां कैंसिल कर दी हैं।
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अभ्यर्थियों को हुई असुविधा के लिए भी खेद व्यक्त किया है।
यूकेडी के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि वह किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे तथा उत्तराखंड क्रांति दल न्याय की लड़ाई में उत्तराखंड की जनता के साथ है। किसी भी तरह से योग्य लोगों के हक हकूक पर डाका नहीं पड़ने दिया जाएगा।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने आरोप लगाया कि टेक्निकल असिस्टेंट की भर्तियों में भी एफआरआई के अंदर अनियमितताएं हुई है। उन्होंने टेक्निकल असिस्टेंट की भर्तियों का भी संज्ञान लेने की मांग की है।
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के रजिस्ट्रार एसके थॉमस ने बताया कि पुरानी भर्तियां निरस्त करते हुए केवल उन्हीं लोगों को दोबारा परीक्षा में शामिल होने दिया जाएगा जिन्होंने 3 अक्टूबर 2021 को परीक्षा दी थी।
बहुत जल्दी ही दोबारा से परीक्षा की तारीख निर्धारित कर दी जाएंगी।
कुलसचिव एसके थॉमस ने बताया कि दोबारा से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपना आवेदन इंस्टीट्यूट की वेबसाइट के लिंक पर जाकर रजिस्टर कर सकते हैं।
उनसे परीक्षा के लिए कोई फीस भी नहीं ली जाएगी। इससे आगे की जानकारी जल्दी ही वेबसाइट पर दे दी जाएगी।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि यदि टेक्निकल असिस्टेंट की भर्तियों में भी हुई गड़बड़ियों को ठीक नहीं किया जाता तो फिर उत्तराखंड क्रांति दल फिर से आंदोलन शुरू करेगा।