बहनों की पीड़ा सुनते ही जिलाधिकारी सविन बंसल ने तत्काल संज्ञान लेते हुए चित्रा का आज ही एक प्रतिष्ठित निजी संस्थान में बी.कॉम (ऑनर्स) में दाखिला कराया। इसके लिए जिला प्रशासन के ‘सारथी वाहन’ से चित्रा को कॉलेज भेजा गया।
पूरी पढ़ाई और खर्च उठाएगा जिला प्रशासन
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि—
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चित्रा की ट्यूशन फीस,
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किताबों का खर्च,
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आवाजाही का व्यय,
सभी खर्च जिला प्रशासन एवं संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से वहन किए जाएंगे।
ऋण माफी पर भी कार्रवाई शुरू
दोनों बहनों ने बताया कि उनके पिता ने बीमारी के दौरान बैंक से ऋण लिया था, जिसे वे अब चुकाने में असमर्थ हैं। ऋण न चुकाने पर बैंक घर खाली कराने के लिए दबाव बना रहा है। मामले की गंभीरता देखते हुए डीएम ने उप जिलाधिकारी न्याय तथा एलडीएम को ऋण के बीमा संबंधी रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विश्वास दिलाया कि ऋण माफी के प्रकरण का जल्द समाधान कराया जाएगा।
बदली हुई प्रशासनिक कार्यशैली
जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में जिला प्रशासन की कार्यशैली तेजी से बदली है।
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शिक्षा,
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रोजगार,
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आर्थिक सहायता,
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ऋण माफी
जैसे महत्वपूर्ण मामलों में अब एक ही छत के नीचे त्वरित समाधान मिल रहा है।
प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई से जनमानस को न केवल राहत मिल रही है, बल्कि आम जनता अपनी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए बड़े विश्वास के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच रही है।
जिलाधिकारी स्वयं एलएमएस पोर्टल के माध्यम से जनहित से जुड़े गंभीर मामलों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि समयबद्ध और पारदर्शी निस्तारण सुनिश्चित हो सके।












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