मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग करने वाले अकील अहमद इन दिनों बहुत परेशान हैं जब से कांग्रेस के नेताओं ने यह कहना शुरू किया है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग से कांग्रेस पार्टी चुनाव हार गई और सत्ता में भी नहीं आई तब से अकील अहमद दबाव में है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अकील अहमद का कहना है कि मैं रोज रोज की किच किच से तंग आ गया हूं।
आपको बता दें कि अकील अहमद का कहना है कि जल्दी ही कांग्रेस पार्टी मेरा निष्कासन कर सकती है।उन्होंने यह भी कहा कि अगर मेरे निष्कासन से पार्टी को संजीवनी मिलती है तो मैं निष्कासन के लिये तैयार हूं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अकील अहमद का कहना है कि कांग्रेस के बड़े नेता हार की जिम्मेदारी से बचने के लिए मुझे बलि का बकरा बना रहे ।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने इस बात को माना है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक बयान ने चुनाव में पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाया है। पहले पार्टी ने इसे हल्के में लिया, लेकिन अब इसकी गंभीरता समझ में आ रही है। वहीं अब इस बयान को लेकर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने अपना पक्ष रखा है।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने पार्टी अध्यक्ष व रंजीत रावत के बयानों पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी वाले मेरे बयान को लेकर पूरे प्रदेश में कांग्रेस की हार का जिम्मेदार बताने की होड़ मची है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए मुझे बलि का बकरा बना रहे हैं।
आपको बता दें कि सहसपुर में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की मांग करके सुर्खियों में आए अकील अहमद के बयान को लेकर कांग्रेसी आपस में भिड़े पड़े हैं।
मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर कांग्रेस नेताओं के आ रहे अलग-अलग बयानों पर अकील अहमद ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जिम्मेदार बड़े नेता अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए उन्हें बलि का बकरा बना रहे हैं।
अकील अहमद ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की,जिसमें प्रदेश अध्यक्ष ने यह कहा था कि उन्हें नहीं पता अकील अहमद को प्रदेश उपाध्यक्ष किसने बनाया। अकील अहमद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदेश उपाध्यक्ष किसने बनाया इसका जवाब प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, आब्जर्वर मोहन प्रकाश उन्हें दे सकते है।
अकील अहमद ने रंजीत रावत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का काम करने वाले आज दूसरों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि उनके बयान के कारण पार्टी को नुकसान हुआ होता तो हरिद्वार देहात पर भी पार्टी प्रत्याशी की भी हार होती।