केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि 6 महीने के लिए बढ़ा दी है। अब सितंबर तक लगभग 80 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को
बढ़ाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया है।
धामी ने कहा कि भारत सरकार के इस निर्णय से समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के लोग लाभान्वित होंगे । कोविड काल में ग़रीबों के लिए लागू की गयी यह योजना सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है। अंत्योदय के लक्ष्य के साथ चलाई जा रही इस योजना ने उत्तराखंड सहित देश के सभी भागों में लोगों को भोजन की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
आपको बता दें कि पीएम-जीकेएवाई को अप्रैल 2020 से ही दुनिया के सबसे बड़े खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के रूप में लागू किया जाता रहा है।सरकार ने अब तक लगभग 2.60 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं और अगले 6 महीनों में सितंबर 2022 तक 80,000 करोड़ रुपये और खर्च किए जाएंगे, जिससे पीएम-जीकेएवाई के तहत कुल खर्च लगभग 3.40 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को छू जाएगा।
समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के प्रति चिंता एवं संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएम-जीकेएवाई) की अवधि छह माह यानी सितंबर 2022 (चरण VI) तक बढ़ा दी है। पीएम-जीकेएवाई का चरण-V मार्च 2022 में समाप्त होने वाला था।
पीएम-जीकेएवाई के अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी को एनएफएसए के तहत मिल रहे खाद्यान्न के अपने सामान्य कोटे के अलावा प्रति-व्यक्ति प्रति-माह, अतिरिक्त 5 किलो निःशुल्क राशन मिलेगा। इसका मतलब है कि प्रत्येक गरीब परिवार को सामान्य मात्रा से लगभग दोगुना राशन मिलेगा।